1-हिन्दी भाषा का प्रचार प्रसार करना ।
2-निर्धन तथा मेधावी छात्र छात्राओं को उच्च शिक्षा में आर्थिक सहायता करना।
3-बाल शिक्षा- बालक तथा बालिकाओं को भारतीय संस्कृति विशेषकर बौद्ध दर्शन एवं अम्बेडकरबाद के सिद्धान्तों के अनुकूल शिक्षित कर योग्य नागरिक बनाना एवं श्रेष्ठ जीवन की व्यवहारिक कलाओं का प्रशिक्षण उपलब्ध कराना ।
4-आवश्यकतानुसार विद्यालय एवं उनकी शाखाऐं खोलना और उनको प्रबन्ध समिति के अधीन करना।
5-नारी शिक्षा- इस आर्थिक युग में नारी समाज को सस्ती व गृह उपयोगी सिलाई कढ़ाई हस्तकला की शिक्षा प्रदान करना व शासनादेशों के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह का गठन करने में मदद करना।
6-मेधावी छात्र छात्राओं को शासनादेश के अनुसार बैंक सम्बन्धित योजनाओं का बैधानिक प्रक्रिया के तहत लाभ दिलवाना / ऋण दिलवाना ।
7-वयस्क् शिक्षा, आयुर्वेदिक चिकित्सा एवं प्राकृतिक चिकित्सा प्रणाली का प्रबन्ध करना ।
8-पुस्तकालय एवं वाचनालय की स्थापना करना।
9-हिन्दी भाषा भाषियों को अन्य भाषाओं का ज्ञान कराकर उनमे विश्व बंधुत्व की भावना जागृत करना ।
10-अनुसूचित जाति एवं निर्बल वर्ग के छात्र छात्राओं के लिये छात्रावासों की व्यवस्था करना एवं शिक्षा शुल्क आदि में मदद करना।
11-अपंग, विधवा तथा वृद्धों एंव आश्रित व्यक्तियों के लिये आश्रमों की व्यवस्था करना।
12-दलित और कमजोर वर्गो के लोगों के लिये आवासीय सुविधा उपलब्ध कराना ।
13-विपस्सना ध्यान साधना केन्द्र की स्थापना करना एवं भिक्खुओं को समाज सेवा के लिये प्रशिक्षण की व्यवस्था करने में मदद करना ।
14-शासन द्वारा जारी जनकल्याण सम्बन्धी सरकारी योजनाओं को लागू करने में सहायता एवं प्रचार प्रसार करना ।
15-वर्ड एन जी ओ डे , योगा डे, पर्यावरण दिवस, प्राकृतिक चिकित्सा दिवस, राष्ट्रीय महापुरूषों के जन्म दिवस एवं अन्य स्मरणीय दिवस इत्यादि पर विशेष आयोजन के माध्यम से जनजागरण अभियान चलाना ।
16-स्वास्थ्य शिविर लगाकर जन स्वास्थ्य में निःशुल्क मदद करना एवं स्वास्थ्य सम्बन्धी सावधानियों से अवगत कराना एवं जनहित में अन्य कल्याणकारी कार्य करना ।